Dual Nature of Light in Chemistry (प्रकाश की द्वैतिक प्रकृति)

 Dual Nature of Light in Chemistry (प्रकाश की द्वैतिक प्रकृति) – हिंदी में



🌟 प्रकाश की द्वैतिक प्रकृति क्या है?


प्रकाश (Light) में दोहरी प्रकृति होती है:


1. कणात्मक प्रकृति (Particle Nature)


2. तरंगात्मक प्रकृति (Wave Nature)



इस सिद्धांत को ड्यूल नेचर ऑफ लाइट कहा जाता है।



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1. 🌊 तरंग प्रकृति (Wave Nature):


प्रकाश एक विद्युत-चुंबकीय तरंग (Electromagnetic Wave) है।


इसमें विद्युत और चुंबकीय क्षेत्र आपस में लंबवत (perpendicular) होते हैं और यह निर्वात में गति करते हैं।


तरंगों की विशेषताएँ होती हैं – तरंगदैर्घ्य (λ), आवृत्ति (ν), वेग (c) आदि।


इसका प्रमाण:


अपवर्तन (Refraction)


विवर्तन (Diffraction)


हस्तक्षेप (Interference)





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2. ⚛️ कणात्मक प्रकृति (Particle Nature):


मैक्स प्लैंक (Max Planck) और आइंस्टीन (Einstein) ने बताया कि प्रकाश ऊर्जा के छोटे-छोटे पैकेट्स में यात्रा करता है जिन्हें फोटॉन (Photon) कहते हैं।


प्रत्येक फोटॉन की ऊर्जा होती है:



E = hv


 E= ऊर्जा


 h= प्लैंक स्थिरांक ()


v = आवृत्ति


इसका प्रमाण:


फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव (Photoelectric Effect)


जब प्रकाश किसी धातु पर पड़ता है, तो वह इलेक्ट्रॉन बाहर निकाल सकता है।


यह तभी संभव है जब प्रकाश में पर्याप्त ऊर्जा हो, जिससे यह एक कण के रूप में व्यवहार करता है।






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🔍 महत्वपूर्ण बिंदु (Key Points):


पक्ष तरंग प्रकृति कणात्मक प्रकृति


प्रमुख वैज्ञानिक हाइगेंस, यंग प्लैंक, आइंस्टीन

घटनाएँ विवर्तन, हस्तक्षेप फोटोइलेक्ट्रिक प्रभाव

प्रकाश रूप तरंग फोटॉन (कण)




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📌 निष्कर्ष (Conclusion):


प्रकाश कभी तरंग की तरह व्यवहार करता है और कभी कण की तरह। यह इस पर निर्भर करता है कि हम किस प्रयोग में प्रकाश को देख रहे हैं। इसलिए हम कहते हैं कि प्रकाश में द्वैतिक (Dual) प्रकृति होती है।



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