टर्टियरी अमीन समूह में एल्काइल समूहों का स्टेरिक अवरोध (Steric Hindrance) क्या होता है?// Steric Hindrance
🌟 टर्टियरी अमीन समूह में एल्काइल समूहों का स्टेरिक अवरोध (Steric Hindrance) क्या होता है? स्टेरिक अवरोध (Steric Hindrance) का अर्थ होता है — जब किसी अणु में बड़े या भारी समूह (जैसे एल्काइल समूह) आपस में इतने पास होते हैं कि वे किसी रासायनिक प्रतिक्रिया को रोकते हैं या कठिन बना देते हैं। --- 🔹 टर्टियरी अमीन (Tertiary Amine - R₃N) में स्टेरिक अवरोध: टर्टियरी अमीन में नाइट्रोजन परमाणु से तीन एल्काइल समूह (R) जुड़े होते हैं: R \ R — N — R इन तीनों एल्काइल समूहों की मौजूदगी के कारण नाइट्रोजन के पास मौजूद लोन पेयर (अवैकल्पिक इलेक्ट्रॉन जोड़) पर पहुँच रुक जाती है, यानी वहाँ कोई दूसरा अणु आसानी से नहीं आ सकता। --- 🔹 स्टेरिक अवरोध के प्रभाव: 1. ✅ जल में क्षारीयता (Basicity) कम हो जाती है: एल्काइल समूह इलेक्ट्रॉनों को नाइट्रोजन की ओर धकेलते हैं (जिससे लोन पेयर मजबूत होता है), लेकिन ज्यादा भीड़ होने के कारण जल के अणु (H₂O) या H⁺ आयन नाइट्रोजन तक पहुँच नहीं पाते। इस वजह से टर्टियरी अमीन की क्षारीयता सेकंडरी अमीन से कम ...